बादशाहत तो कहीं à¤ी की जा सकती थी
लेकिन तेरी दिल की नगरी में हुक़ूमत करने का मज़ा ही कुछ और हैं
बादशाहत तो कहीं à¤ी की जा सकती थी
लेकिन तेरी दिल की नगरी में हुक़ूमत करने का मज़ा ही कुछ और हैं
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