''बला है, कहर है, आफत है, फितना है, क़यामत है,
इन हसीनों की जवानी को जवानी कौन कहता है''
''बला है, कहर है, आफत है, फितना है, क़यामत है,
इन हसीनों की जवानी को जवानी कौन कहता है''
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